फिजिकल फिटनेस फॉर किड्स विषय पर कार्यक्रम का आयोजन क्रिएट स्टोरीज सोशल वेलफेयर सोसायटी द्वारा किया गया । इस ऑनलाइन सेमिनार में फिट इंडिया एंबेसडर आरती माहेश्वरी ने जानकारी दी ।
जिन आरती माहेश्वरी ने बताया की ज्यादातर बच्चे अभी वर्चुअल वर्ल्ड में जी रहे है जिससे फिजिकल एक्टिविटीज गायब हो गई है । बच्चे वर्चुअल पढ़ाई या ऑनलाइन क्लासेस और ऑनलाइन एक्टिविटीज में लगे हुए है । फिजिकल एक्टिविटी , आउटडोर गेम्स , स्कूल फिजिकल एक्टिविटी अभी बंद है । ऐसे समय में यदि बच्चो को फिट नहीं रखा गया तो अनेक बीमारियां जन्म ले सकती है । इसमें सबसे ज्यादा चांस है बच्चें ओबेसिटी का शिकार हो सकते है जिसके बाद अन्य बीमारियां पैदा होती हैं ।
एक शोध के अनुसार लॉकडाउन के बाद 20 परसेंट नए बच्चों में ओबेसिटी बढ़ी है एवं जो ओबेसिटी का शिकार हुए है उनमें से 40 परसेंट बच्चों में डायबिटीज हो रही है , वजह है अनियमित लाइफस्टाइल । ये याद रखे की स्वास्थ्य और अच्छी हेल्थ हमारे परिश्रम में है और मेहनत के अलावा वहां तक पहुंचने का कोई दूसरा रास्ता नहीं क्योंकि स्वास्थ ही हमारी असल संपत्ति हैं ।
शारीरिक गतिविधियों में कमी और अंसतुलित भोजन को खाने से बच्चों में मोटापा बढ़ जाता है । एक्सरसाइज से कैलोरी और वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है । यदि हमने अभी से बच्चों में फिट रहने की आदत नहीं डाली तो काफी सारी बीमारियां और तकलीफे भविष्य में हो जाती है ।
बच्चे के शरीर में अधिक फैट होने से उसको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे डायबिटीज, हृदय रोग और अस्थमा, आदि होने का जोखिम रहता है । वर्चुअल वर्ल्ड में बच्चे पानी भी सही मात्रा में नहीं पी रहे है , कम से कम ढाई लीटर पानी रोज़ पिए नहीं तो काफी तकलीफे सामने आएंगी ।
याद रखें की , जिससे हमें मेंटल सेटस्फ़ेक्शन मिले वह एक्टिविटी रिलैक्स होकर करिए एवं रोज़ 1 घंटा खुद के हेल्थ को दीजिये । किसी भी प्रकार की फिटनेस एक्टिविटी एक हफ्ते में कम से कम 150 मिनट्स करें जैसे योगा , डांस , एरोबिक्स , जुंबा आदि जिससे फिजिकली हमारी बॉडी और जॉइंट्स को मूव करना पड़ रहा हो ।
ध्यान दीजिए की बच्चे ओवर ईटिंग बिल्कुल न करें और एकदम पेट भरकर न खाएं । बच्चो के शरीर को अंदर से कमज़ोर मत होने दीजिये अपने विटामिन , प्रोटीन और मिनरल्स का ध्यान ज़रूर दीजिये ।
जिन आरती माहेश्वरी ने बताया की ज्यादातर बच्चे अभी वर्चुअल वर्ल्ड में जी रहे है जिससे फिजिकल एक्टिविटीज गायब हो गई है । बच्चे वर्चुअल पढ़ाई या ऑनलाइन क्लासेस और ऑनलाइन एक्टिविटीज में लगे हुए है । फिजिकल एक्टिविटी , आउटडोर गेम्स , स्कूल फिजिकल एक्टिविटी अभी बंद है । ऐसे समय में यदि बच्चो को फिट नहीं रखा गया तो अनेक बीमारियां जन्म ले सकती है । इसमें सबसे ज्यादा चांस है बच्चें ओबेसिटी का शिकार हो सकते है जिसके बाद अन्य बीमारियां पैदा होती हैं ।
एक शोध के अनुसार लॉकडाउन के बाद 20 परसेंट नए बच्चों में ओबेसिटी बढ़ी है एवं जो ओबेसिटी का शिकार हुए है उनमें से 40 परसेंट बच्चों में डायबिटीज हो रही है , वजह है अनियमित लाइफस्टाइल । ये याद रखे की स्वास्थ्य और अच्छी हेल्थ हमारे परिश्रम में है और मेहनत के अलावा वहां तक पहुंचने का कोई दूसरा रास्ता नहीं क्योंकि स्वास्थ ही हमारी असल संपत्ति हैं ।
शारीरिक गतिविधियों में कमी और अंसतुलित भोजन को खाने से बच्चों में मोटापा बढ़ जाता है । एक्सरसाइज से कैलोरी और वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है । यदि हमने अभी से बच्चों में फिट रहने की आदत नहीं डाली तो काफी सारी बीमारियां और तकलीफे भविष्य में हो जाती है ।
बच्चे के शरीर में अधिक फैट होने से उसको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे डायबिटीज, हृदय रोग और अस्थमा, आदि होने का जोखिम रहता है । वर्चुअल वर्ल्ड में बच्चे पानी भी सही मात्रा में नहीं पी रहे है , कम से कम ढाई लीटर पानी रोज़ पिए नहीं तो काफी तकलीफे सामने आएंगी ।
याद रखें की , जिससे हमें मेंटल सेटस्फ़ेक्शन मिले वह एक्टिविटी रिलैक्स होकर करिए एवं रोज़ 1 घंटा खुद के हेल्थ को दीजिये । किसी भी प्रकार की फिटनेस एक्टिविटी एक हफ्ते में कम से कम 150 मिनट्स करें जैसे योगा , डांस , एरोबिक्स , जुंबा आदि जिससे फिजिकली हमारी बॉडी और जॉइंट्स को मूव करना पड़ रहा हो ।
ध्यान दीजिए की बच्चे ओवर ईटिंग बिल्कुल न करें और एकदम पेट भरकर न खाएं । बच्चो के शरीर को अंदर से कमज़ोर मत होने दीजिये अपने विटामिन , प्रोटीन और मिनरल्स का ध्यान ज़रूर दीजिये ।
Comments
Post a Comment