Indore: प्रदेश में सौर ऊर्जा, स्टार्टअप्स को बढ़ाबा देने के लिए प्रेस्टीज संस्थान सोलर इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना करेगी
इंदौर: प्रदेश में सौर ऊर्जा तकनिकी तथा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नए नए स्टार्टअप्स को बढ़ाबा देने के उद्देश्य से प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च, इंदौर ने संस्थान में सोलर इन्क्यूबेशन सेंटर (सौर ऊष्मायन केंद्र) स्थापित करने के लिए एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के साथ एक समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है। पीआईईएमआर के निदेशक डॉ. मनोज कुमार देशपांडे ने एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के संस्थापक प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी के साथ प्रेस्टीज इंजीनियरिंग संस्थान की तरफ से समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि संस्थान में सोलर इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना का उद्देश्य मुख्य रूप से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य करने वाले स्टार्टअप्स को आधारभूत एवं अन्य सुविधाओं प्रदान करने के साथ साथ स्टार्टअप्स को नवीनतम तकनिकी ज्ञान इत्यादि उपलब्ध कराना।
देश भर में सौर ऊर्जा को अधिक से अधिक अपनाने की दिशा में लोगों को प्रोत्साहित करने तथा जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से निकाली गई ऊर्जा स्वराज यात्रा के इंदौर आगमन पर मेजबानी करते हुए डॉ. देशपांडे ने कहा कि इस यात्रा के उद्देश्यों प्रभावित होकर संस्थान ने 5 किलोवाट सौर फोटोवोल्टिक शक्ति के माध्यम से अपने पुस्तकालय को ऑफ ग्रिड में बदलने का संकल्प लिया है।
मीडिया तथा संस्थान के फैकल्टीज के साथ चर्चा करते हुए एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के संस्थापक प्रो.चेतन सिंह सोलंकी ने कहा कि बिजली पर निर्भरता बढ़ने के कारण, हमारे इको सिस्टम का तापमान दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। `` यदि समय पर हम वर्तमान ऊर्जा पर अपनी निर्भरता को नियंत्रित नहीं करते हैं, तो हम इस प्रभाव को उलट नहीं पाएंगे। अतः यह आवश्यक है कि हम वर्तमान ऊर्जा के स्रोतों पर अपनी निर्भरता को कम करते हुए गैरपारंपरिक ऊर्जा जैसे सौर ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग करने की दिशा में अग्रसर हों। उन्होंने कहा कि इस ऊर्जा स्वराज यात्रा का उद्देश्य लोगों में ग्लोबल वार्मिंग और हमारे इको सिस्टम के बढ़ते तापमान के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करना जिससे कि हम अपनी 100% ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा जैसी अक्षय ऊर्जा का उपयोग करें। अटल इन्क्यूबेशन सेंटर-प्रेस्टीज इंस्पायर फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, संजीव पाटनी ने इस तरह की नेक पहल को बढ़ावा देने के लिए सरकार और जनता की भूमिका पर विस्तार से बताया। इससे पहले प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च के कर्मचारियों और संकायों द्वारा ऊर्जा स्वराज यात्रा इंदौर आगमन पर औपपचारिक स्वागत किया गया।
देश भर में सौर ऊर्जा को अधिक से अधिक अपनाने की दिशा में लोगों को प्रोत्साहित करने तथा जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से निकाली गई ऊर्जा स्वराज यात्रा के इंदौर आगमन पर मेजबानी करते हुए डॉ. देशपांडे ने कहा कि इस यात्रा के उद्देश्यों प्रभावित होकर संस्थान ने 5 किलोवाट सौर फोटोवोल्टिक शक्ति के माध्यम से अपने पुस्तकालय को ऑफ ग्रिड में बदलने का संकल्प लिया है।
मीडिया तथा संस्थान के फैकल्टीज के साथ चर्चा करते हुए एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के संस्थापक प्रो.चेतन सिंह सोलंकी ने कहा कि बिजली पर निर्भरता बढ़ने के कारण, हमारे इको सिस्टम का तापमान दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। `` यदि समय पर हम वर्तमान ऊर्जा पर अपनी निर्भरता को नियंत्रित नहीं करते हैं, तो हम इस प्रभाव को उलट नहीं पाएंगे। अतः यह आवश्यक है कि हम वर्तमान ऊर्जा के स्रोतों पर अपनी निर्भरता को कम करते हुए गैरपारंपरिक ऊर्जा जैसे सौर ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग करने की दिशा में अग्रसर हों। उन्होंने कहा कि इस ऊर्जा स्वराज यात्रा का उद्देश्य लोगों में ग्लोबल वार्मिंग और हमारे इको सिस्टम के बढ़ते तापमान के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करना जिससे कि हम अपनी 100% ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा जैसी अक्षय ऊर्जा का उपयोग करें। अटल इन्क्यूबेशन सेंटर-प्रेस्टीज इंस्पायर फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, संजीव पाटनी ने इस तरह की नेक पहल को बढ़ावा देने के लिए सरकार और जनता की भूमिका पर विस्तार से बताया। इससे पहले प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च के कर्मचारियों और संकायों द्वारा ऊर्जा स्वराज यात्रा इंदौर आगमन पर औपपचारिक स्वागत किया गया।
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