बच्चो में बढती बिमारियों को लेकर सही आहार में ऊपर ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन क्रिएट स्टोरीज सोशल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा किया गया जिसमे आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डॉ प्रीती शुक्ला ने चर्चा की |
विशेषज्ञ डॉ प्रीती शुक्ला ने बताया की जैसा की हम देख रहे है बच्चे कंपल्सरी तीन से चार घंटे स्क्रीन के सामने रहते है अपनी क्लासेज के चलते बैठ रहे है इसके अलावा उनका टीवी और मोबाइल स्क्रीन अलग है | इसके साइड इफ़ेक्ट जो हमे देखने को मिल रहे है हेल्थ के ऊपर जैसे आँखों में जलन और दर्द , सर दर्द , भूक में कमी , स्लीपिंग डिसऑर्डर , बच्चों में शुगर या डायबिटीज , हार्मोनल इम्बेलेंस और ऐसी समस्याएँ जो की पहले कभी बच्चो में न के बराबर सुनने मिलती थी या 10 में से 2 में सुनने को मिलती थी आज 10 से 8 बच्चो में नई नई तकलीफे देखने को मिल रही है जो की एक चिंता का विषय है |
ठण्ड में खाने के बाद गुड खाना चाहिए इसको दिमाग से निकाल दीजिये क्यूंकि जब आप एक पौष्टिक आहार एवं भारतीय पारम्परिक भोजन ( थाली ) लेते है तो सभी चीज़े यानि कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और फैट उसमे रहते है | अधिक मीठा खाने से ओबेसिटी और नई बिमारियों के शिकार आप हो सकते है क्यूंकि हमारे शरीर में बैलेंस्ड डाइट में सब आ जाता है तो अधिक मात्रा में मीठा न लें |
कोरोना से बचने के लिए हम अपने बच्चों को काढ़ा , हल्दी का दूध ज़रुरत से ज्यदा दे रहे है जो की गलत है इसके कारण बच्चों का लीवर वैसे ही कमज़ोर रहता है और इन सब में लीवर टोक्सिसिटी अधिक रहती है , गैस्ट्राइटिस हो रहा है | इनके अधिक मात्र से लीवर डैमेज हो रहा है इसलिए दिन भर में 50 एम् एल काढ़ा बहुत है क्यूंकि सर्दियाँ आ गयी है तो दिन भर में एक बार ले सकते है सर्दियों के मौसम में काढ़ा पचा सकते है क्यूंकि यह अंदर से गर्मी प्रदान करता है लेकिन दिन भर में 50 एम् एल से ज्यदा नही | अगर हम पौष्टिक आहार और फिजिकल फिटनेस का ध्यान रखें तो हमारी इम्युनिटी मेन्टेन रहेगी |
बच्चों की इम्युनिटी की बात करें तो उन्ही इम्युनिटी अच्छी होती है और यदि हम बच्चो को सही आहार दे तो इम्युनिटी मेन्टेन रहेगी एवं और अच्छी रहेगी | बच्चों को पौष्टिक आहार दें क्यूंकि अभी एकदम से मार्केट खुला है तो बाहर के प्रोसेस्ड फ़ूड या जंक फ़ूड से दूर रखें यानी हफ्ते में एक बार ठीक है अधिक लेने से इनसब से बॉडी में पेन या तकलीफे पैदा होती ही है | बच्चो को पौष्टिक आहार दीजिये पौष्टिक आहार में कार्बोहाइड्रेट्स , प्रोटीन और फैट सभी संतुलित मात्रा में होता है | ऑनलाइन क्लास ज़रूरी है समझ आता है इसके बाद जब बच्चो के पास समय है तो फिजिकल एक्टिविटी करवाइए जैसे साइकिलिंग , बैडमिंटन , डांस , रस्सी कूदना आदि ऐसी एक्टिविटी जिसमे बॉडी और जॉइंट्स मूव हो कम से कम 45 मिनट रोज़ |
बच्चों को पौष्टिक आहार अभी से देंगे तो इनकी हाइट भी सही रहेगी क्यूंकि एक हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार हमारे यहाँ बच्चो में 8 इंच तक लम्बाई कम हो गयी है | बच्चो को पौष्टिक आहार दीजिये जिसमे दाल , पनीर ,दही , रोटी , सब्जी , सलाद ये सभी एक थाली में हो तो बैलेंस डाइट और फिजिकल एक्टिविटी से बच्चों में बीमारियाँ , वीकनेस में कमी आएगी और हाइट सही तरीके से बढ़ेगी |
जब बच्चे का पेट भरा रहेगी तो बाहर के खाने की क्रेविंग्स नही होगी , मीठा खाने का मन कम करेगा जिससे ओबेसिटी , डायबिटीज , इन्सुलिन रेजिस्टेंस , स्टंटेड ग्रोथ , इन्फ्ल्मेट्री रिस्पांस सभी कंट्रोल में की जा सकती है |
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